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एक बेटे का दर्द, माँ की यादों में

दुनिया का सबसे प्यारा शब्द माँ, एक ऐसा रिश्ता जिसमें स्वार्थ के लिए कोई जगह नहीं होता। माँ हमेशा अपनी ख्वाहिसों का कत्ल कर अपनें बच्चो के सपनों के लिए जीती है, माँ हम सबके के अंदर गहराई तक समाया हुआ एक एहसास है ,माँ शब्द सुनकर ही जैसे शरीर में ऊर्जा की लहर दौड़ जाती है ,आप कितनी भी परेशानी में हो माँ का नाम ही बहुत होता है दोबारा उठ खड़े होने के लिए ।

दोस्तों, मेरी माँ का गोरखपुर मेडिकल कालेज में 24 नवम्बर 2016 को देहान्त हो गया, पर अब भी दिल में कुछ कसक बाकी हैं कुछ ऐसे पल, कुछ ऐसी गलतियाॅ जो कभी कभी माँ की याद आनें पर चैन से सोनें भी नहीं देती। माँ के देहान्त के बाद तो अकेला ही हुँ और जब कभी माँ के उन पलों को याद करता हुँ जब माँ अकेले पुरे परिवार का खाना बनाती, हमें पता भी नहीं चलता की हमारे कपड़े कब धुल गयें, हमें भरपेट खाना खिलाकर खुद अंतिम में खाती, हमें तो यह भी पता नहीं चल पाता की अंतिम में माँ के लिए कुछ खाना बचा भी है या नही।

दोस्तों, माँ पर कविताएं लिखना इतना आसान नहीं है, मगर मै अपनी कुछ इकट्ठा की हुई माँ की कविता को आपके साथ शेयर कर रहा हूँ| उम्मीद करता हूँ की आपको माँ की ममता पर हिंदी कविता अच्छी लगे.

तो दोस्तों आज का ये पोस्ट मेरी माँ की दुसरी पुण्यतिथी पर श्रधांजलि के रुप में समर्पित है।

माँ का कर्ज...............

दुध पिलाया जिसने छाती से निचोड़कर, मैं "निकम्मा, कभी 1 ग्लास पानी पिला न सका।

बुढापे का "सहारा" हूँ , अहसास उसे दिला न सका, पेट पर सुलाने वाली को, "मखमल" पर सुला न सका।

वो "भूखी, सो गई "बहू, के "डर, से एक बार मांगकर, मैं "सुकुन" के दो, निवाले उसे खिला न सका।

नजरें उन "बुढी"आंखों से कभी मिला न सका, वो "दर्द" सहती रही में खटिया पर, तिलमिला न सका।

जो हर "जीवनभर" "ममता, के रंग पहनाती रही मुझे, उसे "दिवाली" पर दो जोड़ी, कपडे सिला न सका ।

बिमार बिस्तर से उसे "शिफा" दिला न सका, खर्च के डर से उसे बड़े अस्पताल, ले जा न सका।

"माँ" के बेटा कहकर "दम, तौडने बाद से अब तक सोच रहा हूँ, दवाई, इतनी भी "महंगी" न थी के, मैं ला ना सका।

माँ के अनेंको रुप........

बाजुओं में खींच के आ जायेगी जैसे क़ायनात अपने बच्चे के लिए ऐसे बाहें फैलाती है माँ…

ज़िन्दगी के सफ़र मै गर्दिशों में धुप में जब कोई साया नहीं मिलता तब बहुत याद आती है माँ..

प्यार कहते हैं किसे, और ममता क्या चीज़ है, कोई उन बच्चों से पूछे जिनकी मर जाती है माँ…

सफा-ए- हस्ती पे लिखती है, असूल-ए- ज़िन्दगी, इसलिए तो मक़सद-ए- इस्लाम कहलाती है माँ..

जब ज़िगर परदेस जाता है ए नूर-ए- नज़र, कुरान लेकर सर पे आ जाती है माँ..

लेके ज़मानत में रज़ा-ए- पाक की,

पीछे पीछे सर झुकाए दूर तक जाती है माँ…

काँपती आवाज़ में कहती है बेटा अलविदा… सामने जब तक रहे हाथों को लहराती है माँ..

जब परेशानी में फँस जाते हैं हम परदेस में, आंसुओं को पोंछने ख्वाबों में आ जाती है माँ..

मरते दम तक आ सका न बच्चा घर परदेस से, अपनी सारी दुआएं चौखट पे छोड़ जाती है माँ..

बाद मरने के बेटे की खिदमत के लिए,

रूप बेटी का बदल के घर में आ जाती है माँ...

मैं माँ को मानता हूँ…....

बचपन में माँ कहती थीं,

बिल्ली रास्ता काटे तो बुरा होता है रुक जाना चाहिए…

मैं आज भी रुक जाता हूँ, कोई बात है जो डरा देती है मुझे..

यकीन मानो, मैं पुराने ख्याल वाला नहीं हूँ … मैं शगुन-अपशगुन को भी नहीं मानता…

मैं माँ को मानता हूँ… मैं माँ को मानता हूँ….

दही खाने की आदत मेरी गयी नहीं आज तक..

माँ कहती थीं… घर से दही खाकर निकल तो शुभ होता है..

मैं आज भी हर सुबह दही खाकर निकलता हूँ… मैं शगुन-अपशगुन को भी नही मानता…

मैं माँ को मानता हूँ… मैं माँ को मानता हूँ….

आज भी मैं अँधेरा देखकर डर जाता हूँ, भूत-प्रेत के किस्से खोफ पैदा करते हैं मुझमें, जादू , टोने, टोटके पर मैं यकीन कर लेता हूँ…

बचपन में माँ कहती थी कुछ होते हैं बुरी नज़र लगाने वाले, कुछ होते हैं खुशियों में सताने वाले…

यकीन मानों, मैं पुराने ख्याल वाला नहीं हूँ… मैं शगुन-अपशगुन को भी नहीं मानता….

मैं माँ को मानता हूँ…. मैं माँ को मानता हूँ…

मैंने भगवान को भी नहीं देखा जमीन पर मैंने अल्लाह को भी नहीं देखा लोग कहते है, नास्तिक हूँ मैं

मैं किसी भगवान को नहीं मानता

लेकिन माँ को मानता हूँ… मैं माँ को मानता हूँ….||

दोस्तों मै आपको इस लेख के आधार पर केवल यही कहना चाहूंगा की अपने माँ पिता को ढेर सारा प्यार दें और उनकी सेवा में लग जाएँ| दुनिया की सब चीज जीत लोगे, मगर दोस्तों माँ बाप को दुबारा नहीं जीत सकते है, उनसे बड़ा कोई नहीं हैं और उनके आशीर्वाद से आप बहुत बड़े बन सकते हो.

मेरी माँ के अंतिम क्षण की कुछ तस्वीरें

दोस्तों अगर हमारी ये पोस्ट आपके दिल को छु गई हो तो प्लीज माँ के लिए ही इस पोस्ट को Facebook और Whatsapp पर ज्यादा से ज्यादा शेयर करें और अपनी माँ के प्रति कपने प्यार व्यक्त किजीए।

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